मुख्यमंत्री के ‘मारवाड़ी-बिहारी’ पर दिए बयान का पूप्रमास ने किया स्वागत, समूचे व्यवसायी वर्ग को मिलेगी नई ऊर्जा ः ओमप्रकाश खंडेलवाल
थर्ड आई न्यूज

गुवाहाटी । मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा द्वारा वृहस्पतिवार को ‘मारवाड़ी-बिहारी…..’ पर दिए गए बयान का पूर्वोत्तर प्रदेशीय मारवाड़ी सम्मेलन (पूप्रमास) ने खुले दिल से स्वागत किया है। सम्मेलन के प्रांतीय अध्यक्ष ओमप्रकाश खंडेलवाल ने अपने बयान में कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने बड़े ही सुंदर तरीके से अपनी बात रखते हुए ऐसे लोगों को संदेश दिया, जो लोग मारवाड़ी-बिहारी को गाहे-बगाहे आड़े हाथ लेते रहते हैं। खंडेलवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के इस बायान से राज्य के समूचे व्यवसायी वर्ग का मनोबल बढ़ेगा तथा व्यापार का एक सकारात्मक माहौल बनेगा, जो आने वाले समय में राज्य के सर्वांगीण विकास में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य व राष्ट्र का विकास तभी संभव है जब वहां पर कारोबार कर रहे व्यवसायिओं को शांति का वातावरण उपलब्ध होता है। असम पिछले तीन दशकों से उग्रवादियों की मार झेल चुका है और पिछले कुछ वर्षों में कुछ मुट्ठिभर लोग दल-संगठन के नाम पर व्यवसायी वर्ग से जबरन चंदा वसुली कर राज्य की छवी धूमिल करने में लगे हैं। ऐसे लोगों के चलते असम की छवी बाहरी राज्यों के व्यवसायियों के बीच भय का माहौल उत्पन्न कर चुकी थी, जिसके चलते राज्य में निवेश करने से पहले व्यापारी सोचने पर मजबूर हो जाते थे। मगर जब से हिमंत विश्व शर्मा मुख्यमंत्री बने हैं तब से वे नकारात्मक लोगों व चीजों का बड़े ही आक्रात्मक तरीके से सामना कर उन्हें मुहतोड़ जवाब दे रहे हैं। जिसका जीताजागता उदाहरण वृहस्पतिवार को श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में आयोजित उग्रवादी गुटों के समर्पण समारोह में देखने को मिला।
मंच से मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मारवाड़ी-बिहारी को धमकी देकर चंदा लेने की संस्कृति से किसी जाति का उत्थान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मारवाड़ी-बिहारी जो कठिन परिश्रम कर व्यापार कर रहे हैं, वे असम के ही लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं, जिसके चलते उनका परिवार का भरणपोषण हो रहा है। ऐसे में बजाय चंदा उगाही के व्यापारियों का माला व फूलम गमछा से अभिनंदन करना चाहिए।
पूप्रमास के प्रांतीय जनसंपर्क अधिकारी विवेक सांगानेरिया ने समूचे सम्मेलन परिवार की तरफ से मुख्यमंत्री डॉ. शर्मा का आभार व्यक्त करते हुए आशा जताई कि उनके नेतृत्व में असम में तेजी से सर्वांगीण विकास होगा। जिस निष्ठा व समर्पण भाव से मुख्यमंत्री कार्य कर रहे हैं, ऐसे में आने वाले समय में देश के शीर्ष राज्यों में असम का नाम शामिल होने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता है।