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मॉस्को I रूस ने यूक्रेन के दो प्रांतों लुहांस्क-डोनेट्स्क को स्वतंत्र देश घोषित कर दिया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने सोमवार को इसका ऐलान किया। इस ऐलान के साथ ही पुतिन ने लुहांस्क-डोनेट्स्क और अलगाववादियों के कब्जे वाले इलाके में सैनिकों को शांति बनाए रखने का आदेश दिया है। हालांकि ये साफ नहीं है कि सैनिकों की तैनाती कब होगी।
हम डरते नहीं- यूक्रेन पीएम
इसको लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि रूस के उठाए गए कदम से वे डरते नहीं हैं। उन्होंने कहा, हमने किसी से न कुछ लिया है और न ही किसी को कुछ देंगे। जेलेंस्की ने कहा कि रूस की घोषणाओं और खतरों के बावजूद यूक्रेन की अंतर्राष्ट्रीय सीमाएं वैसे ही बनी रहेंगी जैसे पहले थीं। यूक्रेन के दो प्रांतों को स्वतंत्र घोषित करने वाले पुतिन के कदम के बाद ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है जो अभी जारी है।
इंटरनेशनल मार्केट में बढ़ सकती है महंगाई :
यूक्रेन और रूस विवाद के चलते आने वाले दिनों में महंगाई और बढ़ सकती है। इनके विवाद के कारण कच्चा तेल 95 डॉलर के पार निकल गया है। इससे पहले 8 साल पहले ऐसा हुआ था। ऐसे में आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ना तय माना जा रहा है। इसके अलावा इंटरनेशनल मार्केट में नेचुरल गैस की कीमत भी बढ़ रही है इससे LPG और CNG की कीमतें भी बढ़ने की पूरी संभावना है। यूक्रेन और रूस विवाद से सोने को सपोर्ट मिल रहा है इसी का नतीजा है कि ये साढ़े 51 हजार का लेवल पार कर गया है। इन दोनों देशों के विवाद के चलते कॉपर और एल्यूमीनियम के दामों में भी तेजी देखी जा सकती है।
इमरजेंसी मीटिंग ने भारत ने रूस के कदम पर चिंता जाहिर की। UNSC में भारत के प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा- इस कदम से शांति और सुरक्षा भंग हो सकती है। यह मसला केवल डिप्लोमैटिक बातचीत के जरिए हल हो सकता है। उधर अमेरिका ने कहा कि रूस का यह कदम यूक्रेन में घुसपैठ का एक बहाना है। हम और हमारे साथी इस बात को लेकर सहमत हैं कि अगर रूस और ज्यादा घुसपैठ करता है तो उसे जल्द और माकूल जवाब देना चाहिए। यह वो वक्त है, जब कोई किनारे पर खड़ा नहीं रह सकता है।