
सिलचर, 3 जून: मानव जीनोम में अध्ययन के क्षेत्र में एक बड़ी प्रगति कहा जा सकता है, सिल्चर में कछार कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र (CCHRC) में अनुसंधान प्रभाग के तहत आणविक ऑन्कोलॉजी विभाग में काम कर रहे वैज्ञानिक डॉ लिटिका Vermani को यूनेस्को और ग्लोबल वेरियोम परियोजना द्वारा मानव जीनोम के भीतर वेरिएंट के क्यूरेशन के लिए आगामी प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए चुना गया है ।
सीसीएचआरसी के सूत्रों के मुताबिक, वर्चुअल मोड पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में वह भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी । इस कार्यक्रम में दुनिया भर के विकासशील देशों के 15 अन्य प्रतिभागी हिस्सा लेंगे ।

बुधवार को अपने विचार साझा करते हुए डॉ वरमनी ने कहा, देश के इस हिस्से में होने के नाते, मैं प्रतिष्ठित और महत्वपूर्ण प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में अपने देश और संस्थान का प्रतिनिधित्व करने के लिए उत्साहित और गौरवान्वित हूं जो मानव जीन/रोग डेटाबेस के क्यूरेशन पर ध्यान केंद्रित करेगा । ऑनलाइन प्रशिक्षण की समयावधि छह महीने है जिसमें मानव जीन/रोग डेटाबेस के क्यूरेशन पर जोर दिया गया है । इस कोर्स में लीडेन यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर (एलयूएमसी) में प्रोफेसर मेडिकल जीनोमिक्स के प्रोफेसर डॉ जोहान डेन डननन पढ़ाएंगे। उन्होंने अपने समूह के साथ लीडेन ओपन वेरिएशन डाटाबेस (LOVD) मंच का निर्माण किया और LOVD डेटाबेस शुरू किया।