प्राइवेट मदरसों पर नियंत्रण कानून लाएगी असम सरकार: सीएम हिमंत बोले- राज्य में तबाही मचाने की फिराक में आतंकी संगठन अलकायदा ​​​​​​​

थर्ड आई न्यूज

गुवाहाटी I असम के मदरसों से जिहादी नेटवर्क संचालित होने का खुलासा होने के बाद राज्य सरकार ने 700 सरकारी मदरसे बंद कर दिए हैं। आतंकी नेटवर्क खत्म करने और बच्चों को ऐसी गतिविधियों से बचाने के लिए राज्य सरकार निजी मदरसों पर नियंत्रण का कानून लाने की तैयारी कर रही है। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा के मुताबिक आतंकी संगठन अलकायदा असम में तबाही मचाने की फिराक में है।

मदरसों के पंजीयन के लिए नया कानून लाया जाएगा :
राज्य में संचालित तमाम निजी मदरसों के पंजीयन के लिए जल्द ही नया कानून लाया जाएगा। इस विषय पर राज्य सरकार कानूनी जानकारों से विधिक सलाह ले रही है। खुफिया तंत्र और पकड़े गए लोगों से पूछताछ के आधार पर जानकारी मिली है कि अल्पसंख्यक समुदाय की युवा पीढ़ी खासतौर से इनके रडार पर है।

गुमराह करने के लिए बांग्ला भाषा में अनुवादित जिहादी साहित्य मोबाइल फोन के माध्यम से उन तक पहुंचाया जा रहा है। गिरफ्तार लोगों में से कई इमाम के तौर पर काम कर रहे थे।

त्रिपुरा, बेंगलुरू और भोपाल तक जुड़ रहे तार :
असम पुलिस ने शनिवार नगांव जिले के एक मदरसे में छापा मारा। यह मदरसा मोरीगांव के मदरसे से गिरफ्तार मुफ्ती मुस्तफा के मामा आमिर हमजा का है। इससे पहले, दो दर्जन जिहादी माॅड्यूल गिरफ्तार हो चुके हैं।

असम के मदरसों में संचालित आतंकी नेटवर्क बांग्लादेशी आतंकी संगठन अंसार उल्लाह बांग्ला टीम और अलकायदा से जुड़ा हुआ है। इन माॅड्यूल्स के तार त्रिपुरा, भोपाल और बेंगलुरू से भी जुड़े हैं।