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गुवाहाटी I ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के चीफ बदरुद्दीन अजमल ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हमें मदरसों में मिल रहे बुरे तत्वों से कोई सहानुभूति नहीं है। ऐसे लोग जहां भी मिले सरकार को उन्हें गोली मार देनी चाहिए। यदि मदरसों में 1-2 खराब शिक्षक पाए जाते हैं, तो सरकार को उन्हें हिरासत में लेना चाहिए और जांच पूरी होने के बाद उन्हें उठाए और जो करना चाहें करें।”|
उन्होंने आगे कहा, “अगर ऐसे लोगों के कारण पूरे मुस्लिम समुदाय को जिहादी कहा जाएगा… तो ये जिहाद नहीं है, ये आतंकवाद है। सरकार को उन्हें रोकना चाहिए, उन्हें अपनी सीमाओं की रक्षा करनी चाहिए और अपनी खुफिया जानकारी को मजबूत करना चाहिए।”
AIUDF चीफ ने आगे कहा, “अगर कोई बांग्लादेश और पाकिस्तान से आ रहा है तो उसे सीमाओं पर रोकने की जिम्मेदारी किसकी है। भारत सरकार देखती है सीमा। सेना और BSF क्या कर रही है? इन चीजों पर करोड़ों करोड़ खर्च किए जाते हैं। सरकार को उन्हें रोक कर सरहद पर ही मार देना चाहिए। हमें उन लोगों के लिए कोई सहानुभूति नहीं है जो बाहर से आ रहे हैं और यहां साजिश रच रहे हैं। उन साजिशकर्ताओं को मार डालो, लेकिन मदरसे को बदनाम मत करो। उन्हें दंडित करें क्योंकि वे केवल भारत में मुसलमानों को बदनाम कर रहे हैं।”
बता दें कि 4 अगस्त को असम सरकार ने आतंकी मुस्तफा उर्फ मुफ्ती मुस्तफा द्वारा चलाए जा रहे मदरसे को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया था। इस मदरसे के जरिए आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दिए जाने का आरोप था।
AIUDF चीफ ने महंगाई को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “भारत का पैसा वित्त मंत्री के पास है। उन्हें कैसे पता चलेगा कि एक व्यक्ति खरीदने के लिए कितना खर्च करता है? किसी भी मंत्री के लिए कोई इंफलेशन नहीं। भाजपा सांसदों को अपनी पत्नियों से पूछना चाहिए कि वे रसोई कैसे चला रही हैं। सरकार को ध्यान देना चाहिए नहीं तो 2022 में महंगाई उनकी सरकार को खा जाएगी।”