RBI के पास पड़े हैं 48,262 करोड़ के UNCLAIMED DEPOSIT:देश में 25.63 करोड़ बैंक अकाउंट एक साल से निष्क्रिय

थर्ड आई न्यूज

नई दिल्ली l आपके बैंक खाते में कितने पैसे हैं? यह तो आपको अच्छी तरह याद होगा। आपमें से कई ऐसे भी होंगे जिन्हें ये भी याद आ गया होगा कि कौन से वाले खाते में कितने पैसे हैं। लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि देश के कुल बैंक खातों में से 35% यानी 25.63 करोड़ खाते ऐसे हैं जो पिछले एक साल से निष्क्रिय पड़े हैं। वर्ल्ड बैंक की ताजा ग्लोबल फिनडेक्स रिपोर्ट के मुताबिक निष्क्रिय खातों की यह संख्या दुनिया में सबसे ज्यादा है।

कोई खाता जब 10 साल से ज्यादा निष्क्रिय रहे तो बैंक उसमें पड़ी राशि को RBI को सौंप देता है। यह राशि RBI के डिपॉजिटर्स एजुकेशन एंड अवेयरनेस (DEA) फंड में जमा होती है। 31 मार्च 2022 को RBI के इस DEA फंड में कुल 48,262 करोड़ रुपए थे। यह मणिपुर, त्रिपुरा या मिजोरम जैसे किसी छोटे राज्य के वार्षिक बजट से भी कहीं ज्यादा है।

दरअसल, निष्क्रिय खातों के रख-रखाव पर खर्च से एक तरफ जहां बैंक परेशान हैं, वहीं RBI को चिंता है कि इन खातों के जरिये फ्रॉड की आशंका ज्यादा है और इनमें पड़ी राशि का भी गलत इस्तेमाल हो सकता है। 2009 में ही RBI ने निष्क्रिय खातों के लिए गाइडलाइन बना बैंकों को इन्हें एक्टिव करने के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए थे, लेकिन इन खातों की संख्या घटने के बजाय बढ़ी ही है।

वर्ल्ड बैंक का मानना है कि निष्क्रिय खाते यह बताते हैं कि यह खाताधारक मुख्य आर्थिक धारा से नहीं जुड़ पाए हैं। भारत के लिए यह स्थिति और भी चिंताजनक है, क्योंकि एक तरफ बिना बैंक खाते वाली दुनिया की आबादी का एक बड़ा हिस्सा भारत में है। वहीं, भारत में खाता रखने वाले भी इसका इस्तेमाल डिजिटल ट्रांजैक्शन में नहीं करते हैं।