नगांव में मनाया गया नंदोत्सव,
बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए किशन-इंदिरा फाउंडेशन की तरफ से पुरस्कार वितरित
थर्ड आई न्यूज


नगांव से डिंपल शर्मा
नगांव के श्री सत्यनारायण ठाकुरबाड़ी में नंद उत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। मारवाड़ी युवा मंच की (शि और स) शाखाओं के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस नंदोत्सव में बड़ी संख्या में नन्हे बच्चों ने भाग लिया। श्री कृष्ण बनो प्रतियोगिता, आरती की थाली सजाओ प्रतियोगिता और श्रीकृष्ण को छप्पन भोग का प्रसाद लगाना इस नंदोत्सव में मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा। भजन कलाकारों द्वारा भजनों की प्रस्तुति और नन्हे-नन्हे बच्चों के श्री कृष्ण के भजनों पर थिरकते पैरों ने उपस्थित भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। भक्तों के बीच धार्मिक प्रश्न भी पूछे गए और सही जवाब देने वालों को नंदोत्सव में पुरस्कृत किया गया। श्री कृष्ण बनो प्रतियोगिता में बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए शहर की नामी-गिरामी सामाजिक संस्था किशन-इंदिरा फाउंडेशन द्वारा प्रथम, द्वितीय, तृतीय पुरस्कार वितरित किए गयें। फाउंडेशन की तरफ से श्रीमती इंदिरा देवी रूठिया और अन्य समाजसेवियों द्वारा बच्चों को मंच पर पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार वितरण समारोह में किशन इंदिरा- फाउंडेशन की तरफ से समाजसेवी गोपाल रुठिया भी उपस्थित थे । कृष्ण बनो प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार तृषा खाखोलिया, दूसरा पुरस्कार मायरा अग्रवाल और तृतीय पुरस्कार हेयांस पोद्दार को मिला I वहीं आरती की थाली सजाओ प्रतियोगिता का पुरस्कार प्रथम दीपा जोगाणी, द्वितीय सुलोचना तोदी और तृतीय पुरस्कार पूजा गाड़ोदिया को दिया गया। कार्यक्रम में नृत्य की शानदार कोरियोग्राफी के लिए ललित किल्ला, आस्था गिदडा,मुस्कान चौधरी सहित अन्य उपस्थित कोरियोग्राफर का सम्मान किया गया। ललित किल्ला की शानदार कोरियोग्राफी को सभी ने तहेदिल से सराहा।मंदिर में श्रृंगार की व्यवस्था के साथ अन्य तैयारियों को लेकर अरुण नागरका का सहयोग सराहनीय रहा। किशन-इंदिरा फाउंडेशन की तरफ से समाजसेवी गोपाल रुठिया और श्रीमती इंदिरा देवी रूठिया ने संयुक्त रूप से सभी बच्चों को उनकी इस कामयाबी पर अपना स्नेह भरा आशीर्वाद दिया। प्रतियोगी बन कर पुरस्कार लेने मंच पर पहुंचे नन्हे-नन्हे बच्चों ने अपना मंच संचालन स्वयं किया। मंच पर समाजसेवी पवन गाड़ोदिया, पवन बगड़िया, विनोद खेतावत और सुरेंद्र करवा का धार्मिक परंपरा के अनुसार स्वागत किया गया। कार्यक्रम के अंत में मटकी फोड़ कार्यक्रम संपन्न हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में कृष्ण भक्तों ने भाग लिया।