आईसीसी के प्रेसिंडेट बनेंगे सौरव गांगुली:नवंबर से पहले छोड़ देंगे अपना पद, बीसीसीआई के अध्यक्ष जय शाह होंगे

थर्ड आई न्यूज

नई दिल्ली l बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह अब नई पारी शुरू करने जा रहे हैं। गांगुली नवंबर से आईसीसी अध्यक्ष की भूमिका में नजर आ सकते हैं। वहीं, जय शाह बीसीसीआई के अध्यक्ष होंगे। बीसीसीआई के सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है।

सूत्रों ने बताया है कि बीसीसीआई के शीर्ष पद के अधिकारी गांगुली का समर्थन कर रहे हैं। अगर गांगुली वोट हासिल करने में कामयाब हो जाते हैं, तो वह बीसीसीआई की सीट खाली कर देंगे। इसे बीसीसीआई के मौजूदा सचिव जय शाह और अरुण धूमल के सचिव बनने की संभावना है। बड़ी संख्या में बीसीसीआई के अधिकारी शाह के पक्ष में हैं जो बीसीसीआई का शीर्ष पद संभाल सकते हैं।

आईसीसी के मौजूदा अध्यक्ष ग्रेगर बार्कले का कार्यकाल नवंबर में खत्म हो रहा है और अगर वह दूसरे 2 साल के कार्यकाल की मांग के बिना अपना पद छोड़ देते हैं, तो आईसीसी को नया चेयरमैन मिलेगा।

बर्मिघम में आईसीसी सालाना कांफ्रेंस के बाद बार्कले ने पद पर जारी रखने की इच्छा व्यक्त करते हुए कहा था, ‘हां, मेरा कार्यकाल नवंबर में खत्म हो रहा है। इसलिए मैं 2 और साल के कार्यकाल के लिए योग्य हूं और अगर सदस्य चाहें तो मैं फिर से चुनाव के लिए उपलब्ध हूं।’

हालांकि, उनका भविष्य काफी भारतीय क्रिकेट बोर्ड की इच्छा पर निर्भर करेगा। बीसीसीआई अधिकारियों ने अभी तक अपनी इच्छा को जगजाहिर नहीं किया है।

कैसे होते हैं आईसीसी अध्यक्ष के चुनाव :
अध्यक्ष का चुनाव करने के लिए अब दो तिहाई बहुमत की आवश्यकता नहीं होती है। हाल के प्रस्ताव में कहा गया है कि विजेता वह प्रतियोगी होगा जिसे 51% वोट प्राप्त होंगे। 16 सदस्यीय बोर्ड में उम्मीदवार को निर्वाचित होने के लिए निदेशकों से सिर्फ नौ वोट की आवश्यकता होती है।

गांगुली और जय शाह का कार्यकाल खत्म हो रहा है :
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को बीसीसीआई के कूलिंग ऑफ पीरियड में बदलाव को मंजूरी दे दी थी। इस फैसले के बाद सबसे ज्यादा फायदा मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह को मिला है। वर्तमान समय में बीसीसीआई में प्रेसिडेंट सौरव गांगुली, जय शाह समेत पांच पदाधिकारियों ने बोर्ड और स्टेट बॉडी में 6 साल पूरे कर लिए हैं। सौरव गांगुली 23 अक्टूबर 2019 को बीसीसीआई के अध्यक्ष बने थे। इससे पहले वे 2014 में बंगाल क्रिकेट संघ के सचिव बने थे, फिर 2015 में उन्हें अध्‍यक्ष का पद मिला। इसी तरह, जय शाह 2014 में गुजरात क्रिकेट संघ के संयुक्‍त सचिव बने थे। ऐसा कहा जाता है कि उनका कार्यकाल आठ सितंबर 2013 से ही शुरू हो गया था। यानी सितंबर 2013 से अक्‍टूबर 2019 तक वह गुजरात क्रिकेट संघ से जुड़े रहे। इसके बाद बीसीसीआई सेक्रेटरी का पदभार उन्होंने 24 अक्टूबर 2019 को संभाला था।