थर्ड आई न्यूज

गुवाहाटी. जीएसटी कमिश्नर (अपील) शक्तिवेल राजू (इंडियन रिवेन्यू सर्विस यानी आईआरएस ऑफिसर) को कल अदालत ने 5 दिन के सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है. इस बीच मिली जानकारी के अनुसार सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) के अधिकारी राजू से मैराथन पूछताछ कर रहे हैं. सूत्रों की माने तो राजू ने अगर सारे राज खोल दिए तो कई अन्य अफसरों,मिडिलमैन, चार्टर्ड अकाउंटेंट्स और कर सलाहकार जांच के घेरे में आ सकते हैं. उल्लेखनीय है कि ऊपरी असम के एक रेलवे कांट्रैक्टर की शिकायत पर सीबीआई ने गत बुधवार को महानगर के केदार रोड स्थित जीएसटी भवन में छापा मारा था. वहां कमिश्नर अपील के पद पर कार्यरत शक्तिवेल राजू पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं. इस छापामारी के बाद सीबीआई ने राजू, उसके मित्र राजेंद्र दाते और महानगर में कूरियर सर्विस चलाने वाले महावीर जैन को गिरफ्तार किया. महावीर जैन पर आरोप है कि वह कूरियर सर्विस चलाने की आड़ में मनी ट्रांसफर का भी काम करता है. उधर छापेमारी में सीबीआई को कई आपत्तिजनक दस्तावेज व अन्य सबूत भी हाथ लगे हैं.
वैसे कमिश्नर राजू के बारे में कहा जाता है कि वह मैनेज मास्टर है. मुंबई में एयर कार्गो कांप्लेक्स स्थित मुंबई कस्टम डिपार्टमेंट में काम करते वक्त भी उस पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगे थे. मुंबई कस्टम डिपार्टमेंट में एडीशनल कमिश्नर के रूप में काम करते हुए उसने कई स्मगलरों के साथ सांठगांठ कर जहां एक और करोड़ों के वारे न्यारे किए, वहीं दूसरी ओर सरकारी खजाने को भी मोटी चपत लगाई थी. मामला सामने आया तो राजू अपनी ऊंची पहुंच और लंबे हाथ के चलते बच निकलने में कामयाब हो गया. इतना जरूर है कि दंड स्वरूप उसका तबादला नॉर्थ ईस्ट यानी गुवाहाटी कर दिया गया.
कहावत है कि चोर चोरी से बाज आ सकता है पर हेराफेरी से नहीं. गुवाहाटी आकर भी उसने अपना जाल बिछाकर छोटी-बड़ी मछलियों को पकड़ना शुरू कर दिया. इस काम में जहां एक और उसका मित्र दाते उसका मददगार था, वहीं कुछ असाधु और लालची प्रवृत्ति के चार्टर्ड अकाउंटेंट्स और कर सलाहकार भी बहती गंगा में हाथ धोने की गरज से इस गोरखधंधे में उसके साथ हो लिए.
आईआरएस राजू की मैनेज करने की क्षमता का एक और उदाहरण 20 फरवरी 2018 का है. इस दिन सुबह 5:30 बजे करीब मुंबई के मानखुर्द थाना अंतर्गत उसने अपनी मारुति अर्टिगा कार (MH 02 CW 9226) से दो लोगों को ठोकर मार दी. उनमें एक पांडुरंग कोकरे (40) की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि अशोक भंडारी (55) को गंभीर चोटें आई. बहुत ही साधारण बैकग्राउंड के ये दोनों मित्र सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. इस घटना के बाद पुलिस ने राजू को गिरफ्तार कर लिया था. उस पर आईपीसी की धारा 304 ए, 279 और 338 के तहत मामला दर्ज किया गया, लेकिन आनन-फानन में उसी दिन उसे अदालत से जमानत पर रिहा कर दिया गया.
कायदे से शक्तिबेल राजू का कार्यकाल गुवाहाटी में अगस्त 2022 को खत्म होना था, लेकिन मैनेज करने की क्षमता और उसी के तकिया कलाम ऊंची पहुंच और लंबे हाथ के चलते उसने 2 महीने का यानी 7 अक्टूबर तक एक्सटेंशन ले लिया.
आमतौर पर तबादले का आदेश आने के बाद बड़े अधिकारी पार्टियों को नोटिस जारी नहीं करते. पर राजू और विवादों का तो जैसे चोली दामन का साथ है. उसने पिछले 2 महीनों में बड़े व्यापारियों की बात तो एक और मझौले और छोटे व्यापारियों को भी थोक के भाव सर्विस टैक्स के नोटिस थमा दिए. इनमें कई तो ऐसे है जो सर्विस टैक्स के दायरे में ही नहीं आते. आईआरएस अधिकारी एस राजू का व्यापारियों पर अत्याचार और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स और कर सलाहकारों से उसके दुर्व्यवहार की सिलसिलेवार जानकारी अगले अंक में. बने रहिए थर्ड आई न्यूज़ के साथ. कीजिए इंतजार…