चली गई तेजस्विता, माजुली में गम का माहौल
थर्ड आई न्यूज़

जोरहाट से नीरज खंडेलवाल
सोशल मीडिया के माध्यम से कम समय मे अपनी मधुर आवाज से लोगो को दीवाना बनाने वाली तेजस्विता बरुआ की मौत की खबर ने सबको हैरान कर दिया। श्रीमंत शंकरदेव के जन्मोत्सव पर एक नामघर मे दिहानाम गाते समय वह अचेत हो गयी। पीताम्बर देव गोस्वामी सरकारी अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया। लेकिन कुछ देर बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। स्थानीय लोगों व परिवारवालों ने चिकित्सा में गफलत का आरोप लगाया है। लोगों के अनुसार अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी थी व उचित चिकित्सक उपलब्ध नहीं थी । इधर जिला उपायुक्त ने ऑक्सीजन की कमी की बात को अस्वीकार कर जांच के आदेश दिए है। स्वास्थ्य मंत्री केशव महंत ने तेजस्विता के पिता से मुलाकात की । पिता ने मंत्री से बिलखते हुए कहा कि अगर माजुली पर पुल होता तो मेरी बेटी शायद बच जाती। उसने कहा कि यहां मेडिकल कॉलेज खोल दीजिये नही तो मेरी बेटी की तरह और भी बेटियां मर जाएगी।मंत्री महंत ने पूरे मामले को लेकर जांच के आदेश दिए है। उल्लेखनीय है कि तेजस्विता को एक प्रकार की बीमारी थी ,जिसमे वह अचेतन हो जाती थी।इस बार उसकी इस बीमारी से वो लड़ नही पायी। इस मनहूस खबर ने उसकी गायकी के दीवानों को गमजदा कर दिया।