उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित मैट्रिक के परीक्षा परिणामों में लखीमपुर जिले में शीर्ष दस में स्थान प्राप्त छात्र छात्राओं को लखीमपुर जिला प्रशासन द्वारा जिला उपायुक्त कार्यालय सभागार में सम्मानित किया गया I उक्त सम्मान सभा में जिला उपायुक्त सुमित सत्तावन की अध्यक्षता में जिले के पांच विधार्थियों को सम्मानित किया गया I समूचे असम में चौथे स्थान पर लखीमपुर सोनापुर पुखरी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्र राजीव पॉल रहे I उन्होंने कुल विषयों में 591अंक प्राप्त किए । पांचवे स्थान पर सेंट मैरिज हाई स्कूल की किनोरी दत्ता हैं, उन्हें कुल विषयों में 590 अंक मिले है। आठवें स्थान में धौलपुर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के कुलदीप हजारिका ने कुल विषयों में 587 अंक प्राप्त किए है। वहीं शहर के मध्य स्थित ब्रुक फील्ड स्कूल की छात्रा पलक जाजू ने कुल विषयो में 586 अंक प्राप्त कर नौवां स्थान हासिल किया है। उधर सेंट मैरिज इंग्लिश स्कूल की छात्रा अंकिता सैकिया ने कुल विषयों में 586 हासिल कर नौवां स्थान प्राप्त किया है। इन सभी विधार्थियों को जिला प्रशासन की ओर से फूलम गमछा और किताब भेट देकर सम्मानित किया गया।सम्मान सभा में लखीमपुर के विधायक मानव डेका ने विधार्थियों को संबोधित कर उन्हें शुभकामनाएं दी ,वही सभा में लखीमपुर जिले के नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक आनंद मिश्रा,विशिष्ठ समाज सेवी फानीधर बरुवा आशीर्वाद स्वरूप विधार्थियों को संबोधित कर उनके उज्वल भविष्य की कामना की ।उक्त सभा में जिला उन्नयन आयुक्त उत्पल बोरा,अतिरिक्त उपायुक्त मनोरमा मरांग,जिले के शीर्ष अधिकारी समेत छात्र छात्राए,अध्यापक,अभिभावक उपस्थित थे ।
गुवहाटी। असम में गुरुवार को असम राज्य शिक्षा आयोग की पहली बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा भी शामिल रहे। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हम आईटी की मदद से अपने छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मुताबिक शिक्षा की पहुंच आर्थिक ग्रोथ में और लोगों के सशक्तीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है।
शिक्षा के लिए राज्य की जीडीपी का छह प्रतिशत खर्च : सीएम शर्मा ने आगे कहा कि हम राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (एसजीडीपी) का छह प्रतिशत शिक्षा पर खर्च करते हैं। इसे छात्रों के बौद्धिक, शारीरिक और भावनात्मक विकास के प्रति संवेदनशील और उत्तरदायी बनाना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी कहा कि असम राज्य शिक्षा आयोग को हमारे मानव संसाधनों को साथी नागरिकों की जरूरतों के लिए उत्तरदायी बनाने में योगदान देना चाहिए।
2020 में लागू हुई थी शिक्षा नीति : नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, 29 जुलाई, 2020 को लागू की गई थी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में तकनीकी शिक्षा सहित स्कूली शिक्षा के साथ-साथ उच्च शिक्षा में विभिन्न सुधारों का रोड मैप है। असम राज्य शिक्षा आयोग की बैठक में असम के शिक्षा मंत्री रनोज पेगू और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जोगेन मोहन भी मौजूद थे।
गुवाहाटी। असम अब राज्य के सभी स्कूलों की पांचवीं और आठवीं कक्षा की परीक्षा आयोजित करेगा और फेल होने वाले छात्रों को उसी कक्षा में दोबारा पढ़ाई करनी होगी। अधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। गुवाहाटी में आज हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
राज्य के शिक्षा मंत्री रनोज पेगू ने कहा, शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 में कक्षा 1 से परीक्षाओं का प्रावधान था, लेकिन फेल होने वाले छात्रों को भी अगली कक्षा में भेज दिया जाता था। 2019 में असम सरकार ने अधिनियम में संशोधन किया। तदनुसार राज्य मंत्रिमंडल ने फैसला लिया कि, कक्षा 5 और 8 के छात्रों के लिए वार्षिक परीक्षा करवाई जाएगी और असफल छात्रों को उसी कक्षा में दोबारा पढ़ना होगा।
हालांकि, असफल उम्मीदवारों को एक विशेष परीक्षा में बैठने का दूसरा मौका दिया जाएगा जो वार्षिक परीक्षा परिणाम आने के बाद दो महीने के अंतराल में आयोजित की जाएगी। पेगू ने कहा, जो उम्मीदवार उस परीक्षा में असफल होंगे, उन्हें उसी कक्षा में एक और साल पढ़ना होगा।
असम के शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि यह व्यापक रूप से माना जाता था कि निचले और प्राथमिक वर्गों में पास-फेल संरचना की अनुपस्थिति ने राज्य में शिक्षा प्रणाली पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। इसलिए, सरकार ने इसे वापस स्कूल स्तर पर लाने का फैसला किया है।
पटना।जेईई एडवांस रिजल्ट की घोषणा आज कर दी गई है। बिहार की बात करें तो बेगूसराय के अभिजीत आनंद आल इंडिया 15वी रैंक के साथ बिहार टापर बने हैं। आइआइटी बाम्बे जोन के आरके शिशिर ने पूरे देश में टाप किया है। आइआइटी दिल्ली जोन की तनिष्क काबरा लड़कियों में टापर बनी हैं। उन्हें ओवरआल 16वीं रैंक मिली है। रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर देखे जा सकते हैं।
विदित हो कि आइआइटी जेईई एडवांस परीक्षा की परीक्षा 28 अगस्त, 2022 को हुई थी। इसमें 1.55 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिनमें 40712 ने सफलता हासिल की है। इनमें 6516 लड़कियां हैं।
टाप 100 में सर्वाधिक 29-29 बाम्बे व मद्रास जोन से : जोनवाइज टापरों की बात करें तो टाप 100 में सर्वाधिक 29-29 टापर बॉम्बे व मद्रास जोन से हैं। इसके बाद टाप 100 में 22 टापरों के साथ दिल्ली का स्थान है। रूड़की जोन में 11 तो भुवनेश्वर जोन में छह टापर हैं। आइआइटी गुवाहाटी जोन ने दो टापरों के साथ आइआइटी कानपुर जोन को पीछे छोड़ दिया है। पहले 100 टापरों में कानपुर जोन से केवल एक टापर है।
अभिजीत व स्नेहा बने गुवाहाटी जोन के टापर : बिहार के बेगूसराय के रहने वाले अभिजीत आनंद ने आल इंडिया 15वीं रैंक के साथ गुवाहाटी जोन में टाप किया है। गुवाहाटी जोन के सेकेंड टापर शिवम श्रवण आल इंडिया 65वीं रैंक के साथ टाप 100 में शामिल हैं। आल इंडिया 447 रैंक के साथ स्नेहा परीक ने गुवाहाटी जोन में लड़कियों में टाप किया है। गुवाहाटी जोन में आदित्य अजय (आल इंडिया रैंक: 188) ने तीसरा, हिमांशु शेखर (आल इंडिया रैंक: 193) ने चौथा एवं पार्थिव सेन (आल इंडिया रैंक: 195) ने पांचवां स्थान हासिल किया है I
नई दिल्ली । सीयूईटी फेज 1 परीक्षा कल से शुरू हो रही है। सेंट्रल यूनिवर्सिटी में यूजी में दाखिले के लिए पहली बार आयोजित होने वाली यह प्रवेश परीक्षा कल यानी कि 15 जुलाई, 2022 से दो शिफ्ट में कराई जाएगी। ऐसे में इस परीक्षा के लिए लगभग 14 लाख छात्र-छात्राएं रजिस्ट्रेशन करवाने वाले स्टूडेंट्स इस बात का ध्यान दें कि, परीक्षा के दौरान उन्हें कुछ नियमों का पालन करना होगा, तो आइए जानते हैं :
CUET परीक्षा निर्धारित समय पर शुरू होगी, उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि एडमिट कार्ड पर दिए गए समय के भीतर परीक्षा हॉल में पहुंच जाएं।
कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (Common University Entrance Test) परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड के अलावा एक वैलिड आईडी कार्ड जैसे ड्राइविंग लाइंसेस, आधार कार्ड, वोटर आईडी जैसे कोई एक डॉक्यूमेंट्स लेकर जाना होगा।
परीक्षा की अवधि पूरी करने के बाद ही उम्मीदवारों को CUET 2022 परीक्षा केंद्र छोड़ सकते हैं।
स्टूडेंट्स को कोविड- 19 प्रोटोकाल का भी सख्ती से पालन करना होगा। इस दौरान अभ्यर्थियों को अनिवार्य रूप से मास्क पहनना होगा। इसके अलावा हैंडसैनिटाइजर को भी साथ ले जाना होगा।
दो फेज में होगी परीक्षाएं : CUET की परीक्षा का पहला चरण 15, 16, 19 और 20 जुलाई को होगा। वहीं दूसरा चरण 4, 5, 6, 7, 8 और 10 अगस्त को होगा। परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड और सिटी इंटिमेशन स्लिप भी पहले जारी किया जा चुका है। बता दें कि फेज 2 की परीक्षा में NTA द्वारा उन उम्मीदवारों को रखा गया है जिन्होंने फिजक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी को चुना है। दरअसल, 17 जुलाई के दिन होने वाली NEET UG परीक्षा की वजह से ये फैसला लिया गया है। इसके तहत, फर्स्ट फेज में करीब 8 लाख और दूसरे में साढ़े छह लाख से अधिक छात्र शामिल होंगे। वहीं इस परीक्षा के आधार पर ही छात्रों को सेंट्रल यूनिवर्सिटी के यूजी प्रोगाम में दाखिला दिया जाएगा।
नई दिल्ली l सीबीएसई और आईएससी का रिजल्ट घोषित हुए बिना ही विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने के चलते कई छात्र चिंतित हैं। यूजीसी द्वारा अगले हफ्ते तक इस संबंध में एडवाइजरी जारी किया जा सकता है।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने 12वीं का रिजल्ट का इंतजार किए बिना अंडरग्रैजुएट कोर्सेज में एडमिशन शुरू करने वाले विश्वविद्यालयों के संबंध में उच्च शिक्षा नियामक से संपर्क किया है। बोर्ड ने यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (UGC) से सभी उच्च शिक्षा संस्थानों को सीबीएसई के परिणाम घोषित होने की तारीख को ध्यान में रखते हुए अपने प्रवेश कैलेंडर की योजना बनाने का निर्देश देने का अनुरोध किया है। यूजीसी के सूत्रों के मुताबिक नियामक अगले हफ्ते सभी विश्वविद्यालयों को एडवाइजरी जारी करेगा।
बोर्ड ने यूजीसी को 28 जून को एक पत्र में लिखा, “यह ध्यान में आया है कि भारत में कुछ विश्वविद्यालयों, विशेष रूप से महाराष्ट्र ने सत्र 2022-23 के लिए अंडरग्रैजुएट कोर्सेज का रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है और उनकी आखिरी तारीख जुलाई के पहले सप्ताह में है। अनुरोध है कि सभी विश्वविद्यालयों को सीबीएसई 12वीं के परिणाम घोषित होने की तारीख को ध्यान में रखते हुए स्नातक प्रवेश प्रक्रिया की अंतिम तारीख तय करने का निर्देश दिया जाए। बोर्ड ने यह भी कहा कि रिजल्ट तैयार करने के लिए लगभग एक महीने का समय चाहिए।
सीबीएसई का पत्र मुंबई विश्वविद्यालय (MU) द्वारा डिग्री कॉलेजों में स्नातक कार्यक्रमों में इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा और 12वीं रिजल्ट की प्रतीक्षा किए बिना प्रवेश शुरू करने के मद्देनजर आया है। एमयू से संबंध ज्यादातर सिटी कॉलेजों ने गुरुवार को अपनी दूसरी मेरिट लिस्ट घोषित कर दी है। जिन छात्रों ने सीट हासिल की है, उनके प्रवेश की पुष्टि 13 जुलाई तक होने की उम्मीद है। वहीं, तीसरी मेरिट लिस्ट 14 जुलाई को जारी की जाएगी I
मुंबई विश्वविद्यालय ने जब पिछले महीने अपने प्रवेश कार्यक्रम की घोषणा की तो यह अनुमान लगाया गया था कि सीबीएसई और आईएससी के परिणाम दूसरी मेरिट लिस्ट के जारी होने तक आ जाएंगे। अभी तक नतीजे नहीं आने से छात्र अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट छूटने को लेकर चिंतित हैं। छात्रों के एक वर्ग को नुकसान पहुंचाने के लिए एमयू की आलोचना भी की गई है। हालांकि, विश्वविद्यालय ने अपने इस कदम को यह कहते हुए सही ठहराया है कि सीबीएसई और आईएससी के बहुत कम प्रतिशत छात्र विश्वविद्यालय में एडमिशन लेते हैं। विश्वविद्यालय ने घोषणा की है कि सीबीएसई ओर आईसीएसई के परिणाम आने के बाद आवेदन विंडो फिर से खोली जाएगी।
श्रीनगर I जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ की पवित्र गुफा के पास बादल फटा है। जानकारी के अनुसार, इस घटना में पांच लोगों के मारे जाने की आशंका है। एनडीआरएफ की टीमें मौके पर हैं। राहत-बचाव कार्य जारी है। बता दें कि मौसम विभाग ने कुछ दिन पहले अमरनाथ में खराब मौसम की आशंका जताई थी।
समाचार एजेंसी के मुताबिक, अमरनाथ गुफा से दो किलोमीटर दूर बादल फटने की घटना हुई है। बताया जा रहा है कि निचले इलाकों में शाम करीब 5.30 बजे बादल फटने की सूचना मिली थी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से फोन पर बात की। जानकारी के अनुसार, प्रशासन की टीम बादल फटने के बाद की स्थिति का आकलन कर रही है। फिलहाल नुकसान की आधिकारिक सूचना नहीं है।
पहलगाम पुलिस का कहना है कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और रेस्क्यू एजेंसियों द्वारा बचाव अभियान जारी है। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।
असम उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आज घोषित बारहवीं के नतीजों में नगांव जिला का परीक्षा परिणाम संतोषजनक रहा।कला संकाय में इस वर्ष परीक्षा में बैठे कुल 7889 छात्र-छात्राओं में से प्रथम स्थान पर 1673,द्वित्तीय स्थान पर 2392 और तृतीय स्थान पर 2536 छात्र रहें, वहीं वाणिज्य संकाय में कुल 857 छात्र-छात्राओं में से प्रथम 288,द्वित्तीय स्थान 265 और तृतीय स्थान 194 छात्र-छात्राओं को मिला I विज्ञान संकाय में 2406 छात्र-छात्राओं में से प्रथम स्थान पर 1607,द्वित्तीय पर 604 और तृतीय स्थान पर 39 छात्र-छात्राओं ने अपना परचम लहराया।इस तरह नगांव जिले में कला का कुल प्रतिशत 83.67,वाणिज्य का 87.16 और विज्ञान का 93.52 रहा।जिले में इन तीनों संकाय की परीक्षाओं में कुल चौदह टॉपर निकले।
शहर के रामानुजन जूनियर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, कंसेप्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, भारती विद्यापीठ और गीतांजलि सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने अपना हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बेहतरीन रिजल्ट किया।
नगांव के चौदह टॉपर : सिमरन सुराणा-नगांव निवासी चन्दा-सुरेंद्र सुराणा की सपुत्री को वाणिज्य संकाय के कुल विषयों में 465 अंक प्राप्त करके आठवां स्थान प्राप्त हुआ ।भारती विद्यापीठ की छात्रा सिमरन को कला, पढ़ना और गाने सुनना पसंद है।सिमरन आगें चलकर सीए और सीएस से अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहती हैं ।अपनी उपलब्धि का श्रेय सिमरन अपने माता पिता के साथ कॉलेज के शिक्षक अमित मोर को देना चाहती हैं ।
चंदन बोरा-बारहवीं के नतीजों में वाणिज्य संकाय से नोवां स्थान प्राप्त करने वाले इस मेघावी छात्र को कुल विषयों में 461 अंक प्राप्त हुए है।गीतांजलि जूनियर कॉलेज से कामयाबी प्राप्त करने वाला चन्दन बरहमपुर निवासी होरेन-मोमिता बोरा का सुपुत्र है।होरेन बोरा एक निजी सुरक्षा कम्पनी में कार्य करतें है जबकि मोमिता एक गृहणी है।चंदन आगे जाकर सीए करना चाहता है और उसे आर्ट करना बहुत पसंद है। अपनी इस कामयाबी का श्रेय चंदन कॉलेज के शिक्षक व रोशन भातरा को देना चाहता है।
निलय कुर्मी-बारहवीं की परीक्षा में तीसरा स्थान प्राप्त करने वाला यह मेधावी छात्र विश्वनाथ निवासी फार्मासिस्ट नवज्योति कुर्मी और रूमी कुर्मी का सपुत्र है।कला संकाय में निलय को कुल विषयों में 483 अंक प्राप्त हुए है।रामानुजम सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्र निलय को पढ़ना बहुत पसंद है और वह आगे जाकर पत्रकार बनने की चाह रखता है।अपनी कामयाबी का श्रेय निलय अपने परिवार के सदस्यों को देना चाहता है।
उपासना सैकिया-रामानुजम सीनियर सेकेंडरी स्कूल की इस छात्रा को कला संकाय के कुल विषयों में 478 अंक प्राप्त हुए है।नगांव निवासी आनंद सैकिया और जुटिका हज़ारिका सैकिया की सपुत्री को नृत्य,आर्ट काफी पसंद है और आगे चलकर वह इकोनॉमिक्स से अपनी पढ़ायी पूरी करना चाहती है।
मेघना बोरा- रामानुजम सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा को कला संकाय में कुल विषयों में 473 अंक मिलने के साथ राज्य में 10वां स्थान प्राप्त किया है।मोरीगांव जिला निवासी सेवानिवृत्त अधिकारी दीपक कुमार बोरा और सरकारी स्कूल की शिक्षिका बुलबुल बोरा की पुत्री को डायरी लिखना और गाने सुनना बहुत पसंद है। वह अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने गुरुजनों के साथ अपने माता पिता को देना चाहती है Iमेघना आगे जाकर आईएएस की पढ़ाई पढ़ना चाहती है।
एल्ड्रिन नाथ- रामानुजम सीनियर सेकेंडरी स्कूल के इस मेधावी छात्र को विज्ञान संकाय में कुल विषयों में 482 अंक मिले हैं और समूचे राज्य में चौथा स्थान प्राप्त किया है।एल्ड्रिन मोरीगांव निवासी शिक्षक मंटू कुमार नाथ और राइटर मृणालिनी देवी का सुपुत्र है। पूछने पर बताया कि वह रोजाना 2 घंटा पढ़ाई करता है I उसे म्यूजिक सुनना बहुत पसंद है और आगे जाकर वह इंजीनियर बनना चाहता है।
वैभव सोनोवाल- रामानुजम सीनियर सेकेंडरी स्कूल के इस मेधावी छात्र को विज्ञान संकाय के कुल विषयों में 477 अंक मिले हैं। राज्य में सातवां स्थान प्राप्त करने वाला वैभव कामरूप निवासी अभियंता नीलोत्पल दास और मितांजली दास का सपुत्र है। वैभव को डांस बहुत पसंद है और वो आगे जाकर आईटी से इंजीनियरिंग करना चाहता है। वैभव का कहना है कि उसकी जब इच्छा हुई थी उसने तभी पढ़ाई की वह अपनी कामयाबी का श्रेय अपने बड़े भाई को देना चाहता है।
प्रीतम सरकार- रामानुजम सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विज्ञान संकाय के छात्रों को कुल विषयों में 475 अंक मिले हैं और प्रीतम ने समूचे राज्य में नोवां स्थान प्राप्त किया है। ग्वालपाड़ा निवासी स्वपन सरकार और अनीमा सरकार के सुपुत्र प्रीतम को म्यूजिक सुनना बहुत पसंद है और आगे जाकर वह अपनी इच्छा अनुसार पढ़ाई करना चाहता है। प्रीतम को टीवी देखना गाने सुनना और उपन्यास पढ़ना पसंद है।
बिकीरण नाथ- रामानुजम सीनियर सेकेंडरी स्कूल इस मेधावी छात्रों को कुल विषयों में 475 अंक मिले हैं और इसमें समूचे राज्य में नौवां स्थान प्राप्त किया है। मंगलदै निवासी शिक्षक अजय कुमार और रंजू रानी नाथ के सुपुत्र बिकीरण को उपन्यास पढ़ना और सोशल मीडिया में एक्टिव रहना बहुत पसंद है Iवह आगे जाकर एक सफल चिकित्सक बनना चाहता है।
सात्विक कुमार सूत- विज्ञान शाखा में कंसेप्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के समूचे असम में चौथा स्थान प्राप्त करने वाले इस मेधावी छात्र को कुल विषयों में 482 अंक मिले है। सात्विक नगांव शहर के समीप पड़ने वाले अध्यापक दीपक कुमार सूत और अध्यापिका रेणु बोरा का पुत्र है। भविष्य में वह चिकित्सक बनना चाहता है I उसका कहना है कि उसकी कोई रूटीन नहीं थी और उसे अखबार पढ़ना और कार्टून देखना बहुत पसंद है।
रोहन सैकिया- कांसेप्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल से विज्ञान संकाय की परीक्षा में चौथा स्थान प्राप्त करने वाले रोहन को कुल विषयों में 481 अंक मिले हैं।नगांव शहर के समीप स्वर्गीय भूपेन सैकिया और अध्यापिका अनीता देवी का सुपुत्र है। रोहन को यह विश्वास नहीं था कि उसे यह स्थान प्राप्त होगा। रोहन को टीवी देखना बहुत पसंद है।
प्रत्युष प्रतिम बोरा- कला संकाय की परीक्षा में समूचे असम में पांचवां स्थान प्राप्त करने वाले इस मेधावी छात्र को सभी विषयों में 480 अंक मिले।कोठियातुली निवासी शिक्षक रविन्द्र नाथ बोरा और अध्यापिका रीना बोरा का सुपुत्र शहर की कांसेप्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल का छात्र है। वह आगे जाकर भारतीय प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहता है। इसके पश्चात व तेजपुर विश्वविद्यालय में अपना दाखिला लेना चाहता है। क्रिकेट खेलना प्रत्युष की पहली पसंद है।
साल 2010 में सागर ने ठीक से होश भी भी नहीं संभाला था कि सिर से पिता प्रेम प्रकाश अग्रवाल का साया उठ गया. इतने बड़े सदमे के बावजूद सागर की मां बिना देवी अग्रवाल ने हिम्मत नहीं हारी और अपने दोनों बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया. मां की प्रेरणा और कड़ी मेहनत का परिणाम है कि विवेकानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल के सागर अग्रवाल ने असम हायर सेकेंडरी एजुकेशन काउंसिल द्वारा आयोजित 12वीं की परीक्षा में कॉमर्स संकाय में राज्य भर में सर्वोच्च स्थान हासिल किया है. उसे 500 में से 482 अंक मिले हैं.
सागर की इस उपलब्धि पर उसके स्कूल और शहर के हॉस्पिटल रोड स्थित घर पर खुशी का माहौल है. शुभकामनाएं देने वालों का तांता लगा हुआ है.
इस मौके पर सागर से बातचीत करने पर उसने बताया कि वह एक्चुअरियल साइंस पढ़कर अपना कैरियर बनाना चाहता है. उसने अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपनी मां को दिया. उल्लेखनीय है कि सागर की बड़ी बहन कोलकाता में सीए फाइनल कर रही हैं. अग्रवाल सेवा समिति ने सागर सहित अन्य सफल छात्रों को महाराजा अग्रसेन जयंती महाराजा अग्रसेन जयंती के अवसर पर सम्मानित करने का निर्णय लिया है.
गुवाहाटी. असम हायर सेकेंडरी एजुकेशन काउंसिल आगामी 27 तारीख को बारहवीं कक्षा के नतीजों की घोषणा करेगी. यह जानकारी आज सुबह स्वयं राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए दी. उन्होंने ट्वीट कर परीक्षा में भाग लिए सभी परीक्षार्थियों को अपनी शुभकामनाएं दी है.
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष कला, वाणिज्य और विज्ञान तीनों संकायों को मिलाकर कुल 2 लाख 15 हजार 32 छात्रों ने परीक्षा दी थी. काउंसिल की ओर से बताया गया है कि नतीजों की घोषणा और पहले की जा सकती थी, लेकिन राज्य में बाढ़ की स्थिति के चलते यह संभव नहीं हो पाया. वैसे भी काउंसिल ने पहले ही नतीजों के लिए 30 जून की डेड लाइन फिक्स कर रखी थी.
गुवाहाटी. राज्य में बाढ़ के बिगड़ते हालात को देखते हुए शिक्षा विभाग ने आगामी 25 जून से स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियों की घोषणा की है. अब ग्रीष्मकालीन अवकाश 1 जुलाई से 31 जुलाई की बजाए 25 जून से 25 जुलाई तक होगा होगा. इस आशय की जानकारी राज्य के शिक्षा विभाग के मंत्री रनोज पेगू ने दी है.
वहीं दूसरी ओर सेकेंडरी एजुकेशन विभाग के सचिव द्वारा जारी एक नोटिफिकेशन में कहा गया है कि राज्य बाढ़ की विभीषिका झेल रहा है. बाढ़ प्रभावित जिलों के अधिकांश स्कूल या तो जलमग्न हो गए हैं या फिर उन्हें राहत शिविरों में तब्दील कर दिया गया है. ऐसे में छात्रों को पढ़ाई का नुकसान हो रहा है. इसे रोकने के लिए शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी प्राथमिक, माध्यमिक, सेकेंडरी और हायर सेकेंडरी स्कूलों में आगामी 25 जून से 25 जुलाई तक ग्रीष्मावकाश घोषित किया है.
गुवाहाटी । हाल ही में घोषित हुए हाई स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (HSLC) या 10वीं कक्षा में छात्रों के खराब परीक्षा परिणाम आए, जिसके लिए राज्य के 102 सरकारी स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। बता दें कि इस वर्ष की HSLC परीक्षा का कुल 56.49 उत्तीर्ण प्रतिशत रहा, जो कि 2021 में 93.10 प्रतिशत था। यह पिछले साल की तुलना में बहुत कम है, जब COVID-19 महामारी के कारण HSLC परीक्षा आयोजित नहीं की गई थी और परिणाम छात्रों के आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर घोषित किए गए थे।
असम माध्यमिक शिक्षा विभाग ने बताया- असम माध्यमिक शिक्षा विभाग के अनुसार, राज्य के 25 सरकारी स्कूलों ने इस साल की एचएसएलसी / एएमएच परीक्षा में छात्रों के 0 प्रतिशत परिणाम दिखाए हैं, जबकि 70 स्कूलों के पास प्रतिशत परिणाम 10 प्रतिशत से भी कम रहा और 7 स्कूलों के पास 10 प्रतिशत परिणाम थे। वहीं माध्यमिक शिक्षा निदेशक ममता होजाई ने कहा कि इस वर्ष कुल 102 सरकारी स्कूलों का उत्तीर्ण प्रतिशत परिणाम 10 प्रतिशत और 10 प्रतिशत से कम रहा है। ममता होजाई ने कहा, ‘102 स्कूलों में से, 25 स्कूलों ने 0 प्रतिशत परिणाम दिखाया है। हमने 102 स्कूलों के प्रधानाचार्य / प्रधानाध्यापक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। हमने उन्हें पत्र प्राप्त होने की तारीख से सात दिनों के भीतर एक लिखित जवाब भेजने के लिए कहा है।’
शहर के आनंद कॉलोनी स्थित कपड़ा व्यवसायी सीमा-संजय अग्रवाल की सुपुत्री तेजल अग्रवाल ने असम माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित दसवीं के परीक्षा परिणाम में समूचे असम में आठवां स्थान प्राप्त कर समाज का नाम रोशन किया है। तेजल को सभी विषयों में मिलाकर 590 अंक प्राप्त हुए हैं। शहर की क्राइस्ट ज्योति स्कूल की मेधावी छात्रा तेजल अपना अधिक समय पढ़ने में ही बिताती थी और उसे डांस, आर्ट और क्राफ्ट में बेहद रूचि है। पूछे जाने पर तेजल ने बताया कि वह आगे जाकर विज्ञान से पढ़ाई पूरी करना चाहती है I अपनी इस कामयाबी का श्रेय तेजल अपने माता पिता के साथ अपने गुरुजनों को देती है। तेजल की इस कामयाबी पर आज मारवाड़ी युवा मंच, नगांव शाखा की तरफ से अध्यक्ष नीतू पोद्दार और मंच टीम के साथ मारवाड़ी सम्मेलन नगांव के अध्यक्ष ललित कोठारी व टीम ने तेजल के निवास स्थान पहुंच उसे बधाई और शुभकामनाएं दी I दोनों संगठनों के पदाधिकारियों ने असमिया जाति के प्रतीक फुलाम गमोछा पहनाकर तेजल का अभिनंदन किया और उसके उज्जवल भविष्य की कामना की I
गुवाहाटी I बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन असम आज 10वीं (एचएसएलसी) के परीक्षा परिणाम घोषित किए जा चुके हैं। असम 10वीं परीक्षा में केवल 56.49 फीसदी छात्र ही सफल हुए हैं। असम बोर्ड 10वीं परीक्षा में भाग लेने वाले छात्र अपना रिजल्ट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट results.sebaonline.org , resultsassam.nic.in और assamresult.in अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं।
इस साल असम बोर्ड 10वीं परीक्षा 2022 में 419887 छात्रों ने अपना पंजीकरण कराया था जिसमें कुल 4,05,582 छात्रों ने परीक्षा में भाग लिया था। परीक्षा में भाग लेने वाले छात्रों में 188570 लड़के और 229131 लड़कियां थीं। इस साल असम बोर्ड 10वीं सिर्फ 56.49% छात्र ही सफल हुए हैं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने पिछले सप्ताह नतीजे जारी होने की तारीख घोषित की थी। इस वर्ष असम एचएसएलसी की परीक्षाएं 15 मार्च से शुरू होकर 31 मार्च तक चली थीं। एग्जाम दो शिफ्ट में हुए थे। एग्जाम में कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया गया था।
पिछले साल 2021 में कोरोना के कारण असम कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी गई थी और छात्रों का मूल्यांकन इंटरनल असेमेंट के आधार पर किया गया था। 2021 में एसईबीए कक्षा 10 में का सफलता प्रतिशत 93 पर्सेंट रहा जो कि अब तक का सबसे ज्यादा है। पिछले साल कुल 4,26,553 अभ्यर्थियों ने 10वीं परीक्षा के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया था जिसमें 3,97,132 छात्रों को सफल घोषित किया गया है। इस लड़कों का प्रदर्शन लड़कियों से बेहतर रहा था। लड़कों का सफलता प्रतिशत 93.34 रहा जबकि लड़कियां का सफलता प्रतिशत 92.90 फीसदी रहा। वहीं 2020 में असम बोर्ड 10वीं में कुल 64.80 फीसदी छात्र ही सफल हुए थे। 2021 में विश्वनाथ जिले में सबसे ज्यादा 99.40 फीसदी सफला प्रतिशत रहा वहीं होजाई जिले में सफलता रेट सबसे कम 83.49 फीसदी रहा।
गुवाहाटी I बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन, असम (SEBA) द्वारा हाई स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (HSLC) एग्जाम का रिजल्ट कल यानी 7 जून 2022 को सुबह 10 बजे घोषित किया जाएगा। छात्र असम बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट sebaonline.org के माध्यम से अपना रिजल्ट देख सकेंगे।
असम बोर्ड द्वारा 10वीं की परीक्षा 15 मार्च से 31 मार्च 2022 तक ऑफलाइन मोड में आयोजित की गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस परीक्षा में लगभग 4 लाख से अधिक छात्र शामिल हुए थे। असम बोर्ड 10वीं रिजल्ट की तारीख की घोषणा मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा द्वारा आधिकारिक ट्विटर हैंडल के माध्यम से दी गई थी।
नई दिल्ली l सरकार पर शिक्षा का भगवाकरण करने का आरोप है, लेकिन “भगवा के साथ क्या गलत है”। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शनिवार को देश से मैकाले शिक्षा प्रणाली को पूरी तरह से खारिज करने का आह्वान किया। उपराष्ट्रपति ने देव संस्कृति विश्व विद्यालय में कहा कि भारतीयों को अपनी ‘औपनिवेशिक मानसिकता’ छोड़ देनी चाहिए और अपनी भारतीय पहचान पर गर्व करना सीखना चाहिए। शिक्षा प्रणाली का भारतीयकरण भारत की नई शिक्षा नीति का केंद्र है, जो मातृभाषाओं को बढ़ावा देने पर जोर देती है।
स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में मैकाले शिक्षा प्रणाली को खारिज करने का आह्वान करते हुए उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि इसने देश में शिक्षा के माध्यम के रूप में एक विदेशी भाषा थोप दी और शिक्षा को अभिजात वर्ग तक सीमित कर दिया। उन्होंने कहा कि सदियों के औपनिवेशिक शासन ने हमें खुद को एक निम्न जाति के रूप में देखना सिखाया। हमें अपनी संस्कृति, पारंपरिक ज्ञान का तिरस्कार करना सिखाया गया। इसने एक राष्ट्र के रूप में हमारे विकास को धीमा कर दिया। हमारे शिक्षा के माध्यम के रूप में एक विदेशी भाषा को लागू करने से शिक्षा सीमित हो गई। समाज का एक छोटा सा वर्ग शिक्षा के अधिकार से एक बड़ी आबादी को वंचित कर रहा है।
थॉमस बबिंगटन मैकाले एक ब्रिटिश इतिहासकार थे जिन्होंने भारत में शिक्षा के माध्यम के रूप में अंग्रेजी की शुरूआत में एक प्रमुख भूमिका निभाई।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमें अपनी विरासत, अपनी संस्कृति, अपने पूर्वजों पर गर्व महसूस करना चाहिए। हमें अपनी जड़ों की ओर वापस जाना चाहिए। हमें अपनी औपनिवेशिक मानसिकता को त्यागना चाहिए और अपने बच्चों को उनकी भारतीय पहचान पर गर्व करना सिखाना चाहिए। हमें जितनी संभव हो भारतीय भाषाएं सीखनी चाहिए। हमें अपनी मातृभाषा से प्रेम करना चाहिए। हमें अपने शास्त्रों को जानने के लिए संस्कृत सीखनी चाहिए, जो ज्ञान का खजाना हैं।
अपनी मातृभाषा से प्रेम करना सीखिएः नायडू युवाओं को अपनी मातृभाषा का प्रचार करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा, “मैं उस दिन की प्रतीक्षा कर रहा हूं जब सभी अधिसूचनाएं संबंधित राज्य की मातृभाषा में जारी की जाएंगी। आपकी मातृभाषा आपकी दृष्टि की तरह है, जबकि एक विदेशी भाषा का आपका ज्ञान है तुम्हारे चश्मे की तरह।” उन्होंने कहा कि भारत आने वाले विदेशी गणमान्य व्यक्ति अंग्रेजी जानने के बावजूद अपनी मातृभाषा में बोलते हैं क्योंकि उन्हें अपनी भाषा पर गर्व है।
महान अशोक की भूमि है भारत : नायडू ने कहा, भारत के लगभग सभी दक्षिण एशियाई देशों के साथ मजबूत संबंध रहे हैं जिनकी जड़ें समान हैं। सिंधु घाटी सभ्यता अफगानिस्तान से गंगा के मैदानों तक फैली हुई है। किसी भी देश पर पहले हमला न करने की हमारी नीति का पूरी दुनिया में सम्मान किया जाता है। यह योद्धाओं का देश है, जहां महान राजा अशोक ने हिंसा पर अहिंसा और शांति को चुना।
शिक्षा के साथ प्रकृति की महत्ता भी जरूरी : उन्होंने कहा, “एक समय था जब दुनिया भर से लोग नालंदा और तक्षशिला के प्राचीन भारतीय विश्वविद्यालयों में पढ़ने के लिए आते थे। भारत ने कभी किसी देश पर हमला करने के बारे में नहीं सोचा क्योंकि हम दृढ़ता से मानते हैं कि दुनिया को शांति की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को प्रकृति के निकट संपर्क में रहना भी सिखाया जाना चाहिए। प्रकृति एक अच्छी शिक्षक है। आपने देखा होगा कि प्रकृति के करीब रहने वाले लोगों को कोविड संकट के दौरान कम नुकसान उठाना पड़ा। बेहतर भविष्य के लिए प्रकृति और संस्कृति का आदर्श वाक्य होना चाहिए।
नई दिल्ली l केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा 12 की टर्म 1 परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। सीबीएसई 12वीं परीक्षा 2021 टर्म 1 में भाग लेने वाले अभ्यर्थी सीबीएसई बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अपना रिजल्ट (CBSE 12th Term 1 Result) चेक कर सकते हैं। सीबीएसई 10वीं रिजल्ट की तरह कक्षा 12 के छात्र भी अपने स्कूलों के माध्यम से रिजल्ट प्राप्त कर सकेंगे। उम्मीद है कि सीबीएसई अपनी ऑफिशियल वेबसाइट cbseresults.nic.in पर रिजल्ट का लिंक जारी कर दे अन्यथा छात्र अपने स्कूलों से ऑफलाइन माध्यम से रिजल्ट देख सकेंगे।
सीबीएर्स टर्म 12वीं के छात्र अपना रिजल्ट/स्कोरकार्ड बोर्ड की वेबसाइट cbse.gov.in, cbseresults.nic.in से डाउनलोड कर सकेंगे। इसके साथय ही छात्र डिजिलॉकर ऐप और वेबसाइट digilocker.gov.in से भी स्कोरकार्ड प्राप्त कर सकेंगे।
सीबीएसई ने शनिवार को टर्म 1 कक्षा 10 का रिजल्ट घोषित करते हुए सभी स्कूलों को 10वीं के छात्रों का रिजल्ट भेज दिया। बोर्ड ने स्कूलों को थ्योरी परीक्षा के अंक भेज दिए और प्रैक्टिकल परीक्षाओं के अंक पहले से ही स्कूलों के पास थे।
सीबीएसई टर्म 1 कक्षा 10 की परीक्षाएं 30 नवंबर से 11 दिसंबर 2021 तक आयोजित की गई थीं। वहीं कक्षा 12 के लिए टर्म 1 की परीक्षाएं 1 दिसंबर से 22 दिसंबर तक आयोजित की गईं थी। सीबीएसई 10वीं और 12वीं की टर्म 1 परीक्षा में करीब 36 लाख अभ्यर्थियों ने भाग लिया था।
बेंगलुरु I कर्नाटक के स्कूल और कॉलेजों में हिजाब का मुद्दा गरमाता जा रहा है। राज्य के मौजूदा हालात को देखते हुए मंगलवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सभी हाई स्कूलों और कॉलेज को अगले तीन दिनों तक बंद रखने का आदेश दे दिया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने मामले से संबंधित सभी लोगों से सहयोग करने का अनुरोध किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने अगले तीन दिन तक राज्य के सभी हाई स्कूल और कॉलेज को बंद करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर हाई कोर्ट ने भी राज्य में हिजाब विवाद पर सुनवाई शुरू कर दी है। एक स्कूल से शुरू हुआ यह मुद्दा अब पूरे राज्य में फैल गया है। राज्य के कई भागों में कॉलेज में हिजाब पहनने के पक्ष और विरोध में तेज होते प्रदर्शनों के बीच राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की।
साथ ही उन्होंने कहा कि किसी को भी पुलिस को बल का प्रयोग करने को मजबूर नहीं करना चाहिए। राज्य के उडुपी, शिवमोगा, बागलकोट और अन्य भागों में स्थित शैक्षणिक संस्थानों में तनाव बढ़ने के चलते पुलिस और प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ रहा है और इसी बीच गृह मंत्री की यह चेतावनी आई है।
कर्नाटक में हिजाब को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब उडुपी में कुछ छात्राओं को हिजाब पहनने की वजह से क्लास में एंट्री नहीं दी गई थी। कॉलेज का कहना था कि यहां पर एक यूनिफॉर्म लागू है तो अलग ड्रेस पहनकर आने वाले लोगों को कॉलेज में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी I
धेमाजी. मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने आज कहा कि राज्य भर के शैक्षणिक संस्थान आगामी 15 फरवरी से खोल दिया जाएंगे. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की दर जिस गति से घट रही है, उसे देखते हुए सरकार आगामी 15 फरवरी से राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थानों में ऑफलाइन क्लासेज शुरू करने की योजना बना रही है. फिलहाल राज्य में नौवीं कक्षा से 12वीं कक्षा तक की क्लासेज अल्टरनेट दिन हो रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर राज्य में कोरोना संक्रमण के रोजाना 1000 से कम मामले सामने आते हैं तो फिजिकल क्लासेज शुरू कर दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सरकार कर्फ्यू की टाइमिंग 10:00 बजे की बजाए रात 11:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक करने पर विचार कर रही है. उल्लेखनीय है कि देश के अन्य राज्यों में भी कोरोना की तीसरी लहर के मंद पड़ने पर दुकान, बाजार और शैक्षणिक संस्थान खोले जा रहे हैं तथा पाबंदियों में अन्य कई तरह की ढील दी जा रही है.
बेंगलुरु I कर्नाटक सरकार ने राज्य भर में कोरोना से जुड़ी पाबंदियों में ढील देने का ऐलान किया है। राज्य में नाइट कर्फ्यू 31 जनवरी से हटा लिया जाएगा। वहीं, राजधानी बेंगलुरु के सभी स्कूलों को कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन करते हुए सोमवार से ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने की इजाजत होगी।
साथ ही सिनेमा हॉल को छोड़कर होटल, बार और पब में 50% ऑक्यूपेंसी की अनुमति दी गई है। आउटडोर शादियों में 300 लोगों के इकट्ठा होने की इजाजत होगी, जबकि 200 सदस्यों को इनडोर शादियों में आने दिया जाएगा। महाराष्ट्र, गोवा, केरल से राज्य में प्रवेश करने वाले लोगों को कोविड निगेटिव सर्टिफिकेट दिखाना होगा।
कर्नाटक में शुक्रवार को कोरोना के 31,198 केस मिले : कर्नाटक में शुक्रवार को कोरोना के 31,198 नए मामले सामने आए, जो गुरुवार की तुलना में लगभग 7,000 कम हैं। 15,199 मामलों के साथ बेंगलुरु का दिन के संक्रमण में लगभग 50 प्रतिशत का योगदान रहा। राज्य में शुक्रवार को 50 मौतें भी दर्ज कीं, जिनमें से आठ बेंगलुरु से थीं। पिछले 24 घंटों में 71,092 को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, जिससे कुल ठीक होने वालों की संख्या 33,96,093 हो गई है।
4-5 सप्ताह और रह सकती है कोरोना की तीसरी लहर : देश में कोरोना की तीसरी लहर अपने ढलान पर दिख रही है। महामारी के दैनिक मामलों में लगातार कमी दिख रही है। आज 2.35 लाख नए मामले सामने आए हैं। वहीं, रिकवर होने वालों की संख्या 3.37 लाख के करीब रही। विशेषज्ञों का मानना है कि पॉजिटिव केस की रफ्तार अगले 4-5 सप्ताह तक यही रहने वाली है। उन्होंने त्योहारी सीजन, शादी समारोह और चुनावी गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए यह अनुमान लगाया है।
गुवाहाटी. राज्य बोर्ड की हायर सेकेंडरी परीक्षाएं आगामी 15 मार्च से होगी. असम हायर सेकेंडरी एजुकेशन काउंसिल के द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि परीक्षाएं आगामी 15 मार्च से 12 अप्रैल तक होगी. परीक्षा के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया जाएगा. वहीं दूसरी ओर प्रैक्टिकल परीक्षाएं 21 फरवरी से 10 मार्च तक होगी.
विश्व बैंक के वैश्विक शिक्षा निदेशक जैमे सावेद्रा के अनुसार महामारी को देखते हुए स्कूलों को बंद रखने का अब कोई औचित्य नहीं है और भले ही नयी लहरें आएं स्कूलों को बंद करना अंतिम उपाय ही होना चाहिए। सावेद्रा की टीम शिक्षा क्षेत्र पर कोविड-19 के प्रभाव पर नजर रख रही है। उन्होंने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि स्कूलों को फिर से खोलने से कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि हुई है और स्कूल ”सुरक्षित स्थान” नहीं हैं। सावेद्रा ने कहा कि लोक नीति के नजरिए से बच्चों के टीकाकरण तक इंतजार करने का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि इसके पीछे कोई विज्ञान नहीं है।
वाशिंगटन से दिये गए साक्षात्कार में सावेद्रा ने कहा, ”स्कूल खोलने और कोरोना वायरस के प्रसार के बीच कोई संबंध नहीं है। दोनों को जोड़ने का कोई सबूत नहीं है और अब स्कूलों को बंद रखने का कोई औचित्य नहीं है। भले ही कोविड-19 की नयी लहरें आएं, स्कूलों को बंद करना अंतिम उपाय ही होना चाहिए।” उन्होंने कहा, ”रेस्तरां, बार और शॉपिंग मॉल को खुला रखने और स्कूलों को बंद रखने का कोई मतलब नहीं है। कोई बहाना नहीं हो सकता।” विश्व बैंक के विभिन्न अध्ययन के अनुसार, अगर स्कूल खोले जाते हैं तो बच्चों के लिए स्वास्थ्य जोखिम कम होता है और बंद होने की लागत बहुत अधिक होती है।
उन्होंने कहा, ”2020 के दौरान हम नासमझी में कदम उठा रहे थे। हमें अभी भी यह नहीं पता कि महामारी से निपटने का सबसे अच्छा तरीका क्या है और दुनिया के अधिकतर देशों में तत्काल स्कूलों को बंद करने के कदम उठाए गए। तब से काफी समय बीत चुका है और 2020 और 2021 से कई लहरें आ चुकी हैं और ऐसे कई देश हैं, जिन्होंने स्कूल खोले हैं।” सावेद्रा ने कहा, ”हम यह देखने में सक्षम हैं कि क्या स्कूलों के खुलने से वायरस के प्रसार पर प्रभाव पड़ा है और नए डेटा से पता चलता है कि ऐसा नहीं होता है। कई जगहों पर लहरें तब आई हैं, जब स्कूल बंद थे तो जाहिर है कि संक्रमण के मामलों में वृद्धि के पीछे स्कूलों की कोई भूमिका नहीं रही है।” उन्होंने कहा, ”भले ही बच्चे संक्रमित हो सकते हैं और ओमीक्रोन से यह और भी अधिक हो रहा है लेकिन बच्चों में मृत्यु और गंभीर बीमारी अत्यंत दुर्लभ है।
बच्चों का अब तक टीकाकरण नहीं होने की चिंताओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ”ऐसा कोई देश नहीं है जिसने बच्चों के टीकाकरण के बाद ही स्कूलों को फिर से खोलने की शर्त रखी हो। क्योंकि इसके पीछे कोई विज्ञान नहीं है और लोक नीति के नजरिए से इसका कोई मतलब नहीं है।” भारत में महामारी के कारण स्कूल बंद होने के प्रभाव के बारे में बात करते हुए सावेद्रा ने कहा कि ”प्रभाव पहले की तुलना में अधिक गंभीर है” और पठन-पाठन के नुकसान का अनुमान कहीं ज्यादा रहने की आशंका है।
गुवाहाटी. कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए राज्य सरकार में स्कूल कॉलेजों के लिए आज नया एसओपी जारी किया है.
इसके अनुसार राज्य के कक्षा 5 तक सभी स्कूल आगामी 30 जनवरी तक बंद रहेंगे. वहीं कामरूप मेट्रो जिले में कक्षा 8 तक के स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया गया है.
नौवीं से 12वीं कक्षा तक स्कूल एक दिन छोड़कर एक दिन खुले रहेंगे. कामरूप मेट्रो जिले में 9वीं और 11वीं की क्लासेस सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को होगी.
वहीं दसवीं और बारहवीं कक्षा में मंगलवार, बृहस्पतिवार और शनिवार को पढ़ाई होगी.
राज्य के दूसरे जिलों में कक्षा 6 8, 10 और 12वीं की पढ़ाई सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को होगी. वहीं कक्षा 7, 9 और 11 की पढ़ाई मंगलवार बृहस्पतिवार और शनिवार को होगी.
*स्नातक, स्नातकोत्तर, इंजीनियरिंग कॉलेज और टेक्निकल संस्थानों में वैक्सीन के दोनों डोज लिए छात्रों के साथ सामान्य रूप से पढ़ाई होगी.
स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति पूरी तरह उनके अभिभावकों की सहमति के अनुसार होगी.
फिजिकल क्लासेज के अलावा ऑनलाइन क्लास पढ़ाई की जरूरतों के हिसाब से जारी रहेगी.
किसी भी शैक्षणिक संस्थान में औपचारिक और अनौपचारिक मीटिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी.
अगले आदेश तक किसी भी शैक्षणिक संस्थान में कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं किया जाएगा.
एक सेक्शन में 30 से अधिक छात्रों को बैठने की इजाजत नहीं होगी. जरूरत पड़ने पर शैक्षणिक संस्थान के प्रमुख क्लास में सेक्शन की संख्या को बढ़ाएंगे.
सभी शैक्षणिक संस्थान फिजिकल क्लास के अलावा ऑनलाइन क्लास जारी रखेंगे.
सभी स्कूलों को प्रत्येक रविवार को सैनिटाइज किया जाना अनिवार्य होगा.
शैक्षणिक संस्थान के प्रधान को कोविड-19 उपायुक्त व्यवहार सुनिश्चित करवाना होगा.
थर्मल स्क्रीनिंग के जरिए छात्रों, शिक्षकों व शैक्षणिक संस्थान के अन्य स्टाफ का तापमान रोज चेक कराना होगा.
किसी भी तरह की मेडिकल इमरजेंसी जैसे बुखार, खांसी आदि के मामले में स्कूल प्रबंधन निकटतम स्वास्थ्य केंद्र के साथ संपर्क करेंगे.
स्कूल आने वाले छात्रों को अपने अभिभावकों की लिखित अनुमति लेनी अनिवार्य होगी.
छात्रों और शिक्षकों का नियमित हेल्थ चेक किया जाना अनिवार्य होगा.
गुवाहाटी. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकार ने आज नया एसओपी जारी किया है. उक्त एसओपी के अनुसार कल यानी शनिवार से आगामी 30 जनवरी तक राज्य भर के सभी स्कूलों (सरकारी और प्राइवेट) दोनों में कक्षा 5 तक पढ़ाई नहीं होगी. कामरूप मेट्रो जिले में आठवीं कक्षा तक के स्कूल बंद रहेंगे. 9 वीं से 11वीं कक्षा तक सप्ताह में 3 दिन पढ़ाई होगी. इसके अलावा राज्य का शिक्षा विभाग शनिवार को स्कूल और कॉलेजों में पढ़ाई से संबंधित नया एसओपी. जारी करेगा.